हवा के झोंके ने फिर से पन्नों को सहलाया,
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
काश कि उनकी नजरों से ऐसी कोई सिफारिश हो जाए।
मैंने कहा, नहीं दिल में एक बेवफा की तस्वीर बसी है,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
रास्तों की उलझन में था हमसफर भी छोड़ गए।
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता।
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
बिछड़ के मुझ से वो दो दिन उदास भी न रहे।
कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी,
जर्रे-जर्रे में वो है और कतरे-कतरे में तुम।
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
तेरी चिट्ठी shayari in hindi जो किताबों में छुपा रखी है।